टीम इंडिया को आठवे नंबर पर आल राउंडर की जरुरत है।
टीम इंडिया को अपना पहला वर्ल्ड कप मैच 8 अक्टूबर को खेलना है लेकिन वर्ल्ड कप के अभियान की शुरुआत शनिवार से ही हो जाएगी। पहले वॉर्म अप मैच में टीम इंडिया की टक्कर गुवाहाटी में इंग्लैंड से होने वाली है। इस मैच के लिए शुक्रवार को टीम इंडिया का वैकल्पिक प्रैक्टिस सेशन है। इसमें एक खिलाड़ी पर सबकी नजर है , जिसे भारत की कमजोर कड़ी को दूर करने के लिए टीम में शामिल किया गया है। हाल के महीनों में भारत की कमजोर कड़ी 8वें नंबर पर एक ऑलराउंडर रही है।
शार्दुल ठाकुर इस नंबर पर अपनी बैट से छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं। ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ वॉर्म-अप मैच से एक दिन पहले आर अश्विन ने मोर्चा संभाला और नेट्स पर करीब 1 घंटे तक बैटिंग का अभ्यास किया। अश्विन को चोटिल अक्षर पटेल के स्थान पर भारतीय टीम में जगह मिली है और वो अगर प्लेइंग-11 का हिस्सा बनेंगे तो इसी नंबर पर खेलेंगे और टीम को उनसे गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। इसी कारण से उन्हें अचानक विश्व कप टीम में एंट्री मिली है।
अश्विन ने एक घंटे बैटिंग प्रैक्टिस की
आर अश्विन ने पारस म्हाम्ब्रे की निगरानी में गेंदबाजी में हाथ आजमाने से पहले 2 बैटिंग सेशन पूरे किए। बता दें कि शुक्रवार को वैकल्पिक प्रैक्टिस सेशन था और सिर्फ चार खिलाड़ी ही इसमें शामिल हुए। इसमें शुभमन गिल, ईशान किशन, आर अश्विन और शार्दुल ठाकुर शामिल थे।
अश्विन बल्ले से भी अपना योगदान देना चाहते हैं
अश्विन और शार्दुल ठाकुर दोनों ने काफी देर तक नेट्स पर बैटिंग प्रैक्टिस किया। अश्विन ने स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ काफी देर बैटिंग की। इस दौरान वो स्वीप और रिवर्स स्वीप शॉट खेलते नजर आए। इसके बाद उन्होंने नेट्स पर थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट का सामना किया। इससे साफ है कि अश्विन इस मौके को पूरी तरह भुनाना चाहते हैं और सिर्फ गेंद से ही नहीं, बल्कि विश्व कप में बल्ले से भी अपना योगदान देना चाहते हैं। अगर अश्विन और शार्दुल ठाकुर के बल्ले से कुछ रन निकलने लगे तो यह टीम इंडिया के लिए टॉनिक की तरह काम करेगा।